📕भाखड़ा नांगल परियोजना (Bhakra Nangal Project):-
▪यह परियोजना पंजाब तथा हिमाचल में सतलज नदी पर बनाई गयी है।
▪यह देश की सबसे बड़ी बहुद्देशीय परियोजना है।
▪यह संसार का सबसे ऊँचा गुरुत्वीय बाँध (226 मी.) है।
▪गोविन्द सागर बाँध (हिमाचल प्रदेश) इसी पर है।
▪पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश इससे लाभान्वित है।
📕रिहंद बाँध परियोजना (Rihand Dam Project):-
▪सोन नदी की सहायक नदी पर रिहंद बाँध पर बनाया गया |
▪बाँध के पीछे “गोविन्द वल्लभ पन्त सागर” नामक कृत्रिम झील बनाई गई है।
▪“गोविन्द वल्लभ पन्त सागर” भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है।
▪यह मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है।
📕हीराकुड बाँध परियोजना (Hirakud Dam Project):-
▪उड़ीसा संभलपुर के निकट महानदी पर बनाया गया है तथा संसार का सबसे लम्बा बाँध है।
📕गंडक परियोजना (Gandak Project):-
▪यह भी नेपाल के सहयोग से पूरी की गई है।
▪इसमें मुख्य नाहर गंडक पर बने वाल्मिकी नगर बैराज से निकाली गई है।
▪कोसी परियोजना (Kosi Project)
यह बिहार राज्य में नेपाल के सहयोग से पूरी की गई है।
▪विनाशकारी बाढ़ों के कारण कोसी को “उत्तरी बिहार का शोक” कहा जाता है।
▪मुख्य नहर कोसी पर बने हनुमान नगर बैराज (नेपाल) से निकाली गई है।
▪भविष्य में इस योजना के शक्ति गृहों को दामोदर घाटी परियोजना के शक्तिगृहों से मिलाकर नेटवर्क बनाने की भी योजना है।
📕इंदिरा गाँधी (राजस्थान नहर) परियोजना (Indira Gandhi Project)
▪इस परियोजना में रावी और व्यास नदियों का जल सतलज नदी में लाया जाता है.
व्यास नदी पर पोंग नामक बाँध बनाया गया है।
▪इसका मुख उद्देश्य नए क्षेत्रों को सिंचित करके कृषि योग्य बनाना है।
▪यह संसार की सबसे लम्बी नहर है. जिससे उत्तर प्रदेश, राजस्थान के गंग नहर – बीकानेर, जैसलमेर जिलों की सिंचाई की जाती है।
📕चम्बल परियोजना (Chambal Project):-
▪यमुना की सहायक चम्बल नदी के जल का उपयोग करने के लिए मध्य प्रदेश व राजस्थान ने यह परियोजना संयुक्त रूप से बनायी गई है।
▪इस परियोजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश से गांधी सागर बाँध तथा राजस्थान में राणा प्रताप सागर बाँध, जवाहर सागर बाँध तथा कोटा बैराज बनाए गए है।
▪इस परियोजना का मुख्य उद्देश चम्बल नदी की द्रोणी में मृदा का संरक्षण करना है।
📕नागार्जुन परियोजना (Nagarjun Project):-
▪यह आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी पर बनायी गई है।
▪बौध विद्वान् नागार्जुन के नाम पर इसका नाम “नागार्जुन सागर” रखा गया
📕तुंगभद्रा परियोजना (Tungabhadra Dam Project)
▪ यह आंध्र प्रदेश तथा कर्नाटक राज्यों के सहयोग से कृष्णा की सहायक तुंगभद्र नदी पर मल्लपुरम के निकट बनाया गया
📕 सरदार सरोवर परियोजना (Sardar Sarovar Project) :-
▪मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात व अजस्थान की संयुक्त परियोजना है।
▪यह नर्मदा और उसकी सहायक नदियों पर बने जा रही है।
▪इसमें कुल 6 बहुद्देशीय, 5 जलबिजली, 15 सिंचाई परियोजनाएँ है।
▪इस परियोजना का सबसे अधिक लाभ मध्य प्रदेश को मिलेगा
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