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    13.7.20

    वैकल्पिक विषय- इतिहास,(यूपीएससी)

                    वैकल्पिक विषय- इतिहास

                               प्रश्नपत्र-1

    1. स्रोतः पुरातात्विक स्रोतः अन्वेषण, उत्खनन, पुरालेखविद्या, मुद्राशास्त्र, स्मारक, साहित्य स्रोत। स्वदेशीः प्राथमिक व द्वितीयक; कविता, विज्ञान साहित्य, साहित्य, क्षेत्रीय भाषाओं का साहित्य, धार्मिक साहित्य। विदेशी वर्णन : यूनानी, चीनी एवं अरब लेखक

    (Sources: Archaeological sources: Exploration, excavation, epigraphy, numismatics, monuments Literary sources: Indigenous: Primary and secondary; poetry, scientific literature, literature, literature in regional languages, religious literature. Foreign accounts: Greek, Chinese and Arab writers.)
    2.प्रागैतिहास एवं आद्य इतिहासः भौगोलिक कारक, शिकार एवं संग्रहण (पुरापाषाण एवं मध्यपाषाण युग); कृषि का आरंभ (नवपाषाण एवं ताम्रपाषाण युग)।

    (Pre-history and Proto-history: Geographical factors; hunting and gathering (paleolithic and mesolithic); Beginning of agriculture (neolithic and chalcolithic)

    3. सिंधु घाटी सभ्यताः उद्गम, काल, विस्तार, विशेषताएँ, पतन, अस्तित्व एवं महत्त्व, कला एवं स्थापत्य।

    (Indus Valley Civilization: Origin, date, extent, characteristics, decline, survival and significance, art and architecture.)
    4. महापाषाणयुगीन संस्कृतियाँ: सिंधु से बाहर पशुचारण एवं कृषि संस्कृतियों का विस्तार, सामुदायिक जीवन का विकास, बस्तियाँ, कृषि का विकास, शिल्पकर्म, मृदभांड एवं लौह उद्योग।

    (Megalithic Cultures: Distribution of pastoral and farming cultures outside the Indus, Development of community life, Settlements, Development of agriculture, Crafts, Pottery, and Iron industry.)
    5. आर्य एवं वैदिक कालः भारत में आर्यों का प्रसार। वैदिक कालः धार्मिक एवं दार्शनिक साहित्य; ऋग्वैदिक काल से उत्तर वैदिक काल तक हुए रूपांतरण; राजनैतिक, सामाजिक एवं आर्थिक जीवन; वैदिक युग का महत्त्व; राजतंत्र एवं वर्ण व्यवस्था का क्रम विकास।

    (Aryans and Vedic Period: Expansions of Aryans in India. Vedic Period: Religious and philosophic literature; Transformation from Rig Vedic period to the later Vedic period; Political, social and economical life; Significance of the Vedic Age; Evolution of Monarchy and Varna system.)
    6. महाजनपद कालः महाजनपदों का निर्माण: गणतंत्रीय एवं राजतंत्रीय; नगर केंद्रों का उद्भव; व्यापार मार्ग, आर्थिक विकास; टंकण (सिक्का ढलाई); जैन धर्म एवं बौद्ध धर्म का प्रसार; मगधों एवं नंदों का उद्भव। ईरानी एवं मकदूनियाई आक्रमण एवं उनके प्रभाव।

    (Period of Mahajanapadas: Formation of States (Mahajanapada): Republics and monarchies; Rise of urban centres; Trade routes; Economic growth; Introduction of coinage; Spread of Jainism and Buddhism; Rise of Magadha and Nandas. Iranian and Macedonian invasions and their impact.)
    7. मौर्य साम्राज्यः मौर्य साम्राज्य की नींव, चंद्रगुप्त, कौटिल्य और अर्थशास्त्र; अशोक; धर्म की संकल्पना; धर्मादेश; राज्य व्यवस्था; प्रशासन; अर्थ-व्यवस्था; कला, स्थापत्य एवं मूर्तिशिल्प; विदेशी संपर्क; धर्म; धर्म का प्रसार; साहित्य। साम्राज्य का विघटन; शुंग एवं कण्व।

    (Mauryan Empire: Foundation of the Mauryan Empire, Chandragupta, Kautilya and Arthashastra; Ashoka; Concept of Dharma; Edicts; Polity, Administration; Economy; Art, architecture and sculpture; External contacts; Religion; Spread of religion; Literature.Disintegration of the empire; Sungas and Kanvas.)
    8. उत्तर मौर्य काल (भारत-यूनानी, शक, कुषाण, पश्चिमी क्षत्रप): बाहरी विश्व से संपर्क; नगर-केंद्रों का विकास, अर्थव्यवस्था, टंकण, धर्मों का विकास, महायान, सामाजिक दशाएँ, कला, स्थापत्य, संस्कृति, साहित्य एवं विज्ञान।

    (Post - Mauryan Period (Indo-Greeks, Sakas, Kushanas, Western Kshatrapas): Contact with outside world; growth of urban centres, economy, coinage, development of religions, Mahayana, social conditions, art, architecture, culture, literature and science.)
    9. प्रारंभिक राज्य एवं समाज; पूर्वी भारत, दकन एवं दक्षिण भारत में: खारवेल, सातवाहन, संगमकालीन तमिल राज्य; प्रशासन, अर्थव्यवस्था, भूमि-अनुदान, टंकण, व्यापारिक श्रेणियों एवं नगर केंद्र; बौद्ध केंद्र, संगम साहित्य एवं संस्कृति, कला एवं स्थापत्य।

    (Early State and Society in Eastern India, Deccan and South India: Kharavela, The Satavahanas, Tamil States of the Sangam Age; Administration, economy, land grants, coinage, trade guilds and urban centres; Buddhist centres; Sangam literature and culture; Art and architecture)
    10. गुप्त वंश, वाकाटक एवं वर्धन वंशः राज्य व्यवस्था एवं प्रशासन, आर्थिक दशाएँ, गुप्तकालीन टंकण, भूमि अनुदान, नगर केंद्रों का पतन, भारतीय सामंतशाही, जाति प्रथा, स्त्री की स्थिति, शिक्षा एवं शैक्षिक संस्थाएँ, नालंदा, विक्रमशिला एवं वल्लभी, साहित्य, विज्ञान, कला एवं स्थापत्य।

    (Guptas, Vakatakas and Vardhanas: Polity and administration, Economic conditions, Coinage of the Guptas, Land grants, Decline of urban centres, Indian feudalism, Caste system, Position of women, Education and educational institutions; Nalanda, Vikramshila and Vallabhi, Literature, scientific literature, art and architecture.)
    11. गुप्तकालीन क्षेत्रीय राज्यः कदंब वंश, पल्लव वंश, बादामी का चालुक्य वंश; राज्य व्यवस्था एवं प्रशासन, व्यापारिक श्रेणियाँ, साहित्य; वैष्णव एवं शैव धर्मों का विकास। तमिल भक्ति आंदोलन, शंकराचार्य; वेदांत, मंदिर संस्थाएँ एवं मंदिर स्थापत्य; पाल वंश, सेन वंश, राष्ट्रकूट वंश, परमार वंश, राज्य व्यवस्था एवं प्रशासन; सांस्कृतिक पक्ष। सिंध के अरब विजेता; अलबरूनी, कल्याणी का चालुक्य वंश, चोल वंश, होयसल वंश, पांड्य वंश, राज्य व्यवस्था एवं प्रशासन; स्थानीय शासन; कला एवं स्थापत्य का विकास, धार्मिक संप्रदाय, मंदिर एवं मठ संस्थाएँ, अग्रहार वंश, शिक्षा एवं साहित्य, अर्थव्यवस्था एवं समाज।

    (Regional States during Gupta Era: The Kadambas, Pallavas, Chalukyas of Badami; Polity and Administration, Trade guilds, Literature; growth of Vaishnava and Saiva religions. Tamil Bhakti movement, Shankaracharya; Vedanta; Institutions of temple and temple architecture; Palas, Senas, Rashtrakutas, Paramaras, Polity and administration; Cultural aspects. Arab conquest of Sind; Alberuni, The Chalukyas of Kalyana, Cholas, Hoysalas, Pandyas; Polity and Administration; local Government; Growth of art and architecture, religious sects, Institution of temple and Mathas, Agraharas, education and literature, economy and society.)
    12. प्रारंभिक भारतीय सांस्कृतिक इतिहास के प्रतिपाद्य :भाषाएँ एवं मूलग्रंथ, कला एवं स्थापत्य के क्रम विकास के प्रमुख चरण, प्रमुख दार्शनिक चिंतक एवं शाखाएँ, विज्ञान एवं गणित के क्षेत्र में विचार।

    (Themes in Early Indian Cultural History: Languages and texts, major stages in the evolution of art and architecture, major philosophical thinkers and schools, ideas in Science and Mathematics.)
    13. प्रारंभिक मध्यकालीन भारत, 750-1200
          राज्य व्यवस्था : उत्तरी भारत एवं प्रायद्वीप में प्रमुख राजनैतिक घटनाक्रम, राजपूतों का उद्गम एवं उदय।
          -  चोल वंश : ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवं समाज
          -  भारतीय सामंतशाही
          कृषि अर्थव्यवस्था एवं नगरीय बस्तियाँ
          -  व्यापार एवं वाणिज्य
          समाज : ब्राह्मण की स्थिति एवं नई सामाजिक व्यवस्था
          -  स्त्री की स्थिति
          -  भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
          (Early Medieval India, 750-1200:
          -  Polity: Major political developments in Northern India and the Peninsula, origin and the rise of Rajputs;
          -  The Cholas: administration, village economy and society;
          -  “Indian Feudalism”;
          -   Agrarian economy and urban settlements;
          -   Trade and commerce;
          -   Society: the status of the Brahman and the new social order;
          -    Condition of women;
          -    Indian science and technology)
    14. भारत की सांस्कृतिक पंरपरा, 750-1200
          -  दर्शनः शंकराचार्य एवं वेदांत, रामानुज एवं विशिष्टाद्वैत, मध्व एवं ब्रह्म-मीमांसा।
          -  धर्म : धर्म के स्वरूप एवं विशेषताएँ, तमिल भक्ति, संप्रदाय, भक्ति का विकास, इस्लाम एवं भारत में इसका आगमन, सूफी मत।
          -  साहित्य : संस्कृत साहित्य, तमिल साहित्य का विकास, नवविकासशील भाषाओं का साहित्य, कल्हण की राजतरंगिणी, अलबरूनी का इंडिया।
          -  कला एवं स्थापत्य : मंदिर स्थापत्य, मूर्तिशिल्प, चित्रकला।(Cultural Traditions in India, 750-1200:
          -  Philosophy: Skankaracharya and Vedanta, Ramanuja and Vishishtadvaita, Madhva and Brahma-Mimansa;
          -  Religion: Forms and features of religion, Tamil devotional cult, growth of Bhakti, Islam and its arrival in India, Sufism;
          -  Literature: Literature in Sanskrit, growth of Tamil literature, literature in the newly developing languages, Kalhan’s Rajtarangini, Alberuni’s India;
          -  Art and Architecture: Temple architecture, sculpture, painting
    15. तेरहवीं शताब्दी:
          -  दिल्ली सल्तनत की स्थापना : गोरी के आक्रमण-गोरी की सफलता के पीछे कारक।
          -  आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक परिणाम।
          -  दिल्ली सल्तनत की स्थापना एवं प्रारंभिक तुर्क सुल्तान।
          -  सुदृढ़ीकरण : इल्तुतमिश और बलबन का शासन।(The      (Thirteenth Century:
          -  Establishment of the Delhi Sultanate: The Ghurian invasions – factors behind Ghurian success;
          -  Economic, social and cultural consequences;
          -   Foundation of Delhi Sultanate and early Turkish Sultans;
          -   Consolidation: The rule of Iltutmish and Balban)
    16. चौदहवीं शताब्दी:
          -  खिलजी क्रांति
          -  अलाउद्दीन खिलजी : विजय एवं क्षेत्र-प्रसार, कृषि एवं आर्थिक उपाय।
        -  मुहम्मद तुगलक : प्रमुख प्रकल्प, कृषि उपाय, मुहम्मद तुगलक की अफसरशाही।
         -  फिरोज तुगलक : कृषि उपाय, सिविल इंजीनियरी एवं लोक निर्माण में उपलब्धियाँ, दिल्ली सल्तनत का पतन, विदेशी संपर्क एवं इब्नबतूता का वर्णन।                                        (The Fourteenth Century:
         -  “The Khalji Revolution”;
         -  Alauddin Khalji: Conquests and territorial expansion, agrarian and economic measures;
         -   Muhammad Tughluq: Major projects, agrarian measures, bureaucracy of Muhammad Tughluq;
         -   Firuz Tughluq: Agrarian measures, achievements in civil engineering and public works, decline of the Sultanate, foreign contacts and Ibn Battuta’s account;
    17. तेरहवीं एवं चौदहवीं शताब्दी का समाज, संस्कृति एवं अर्थव्यवस्था
          -  समाज: ग्रामीण समाज की रचना, शासी वर्ग, नगर निवासी, स्त्री, धार्मिक वर्ग, सल्तनत के अंतर्गत जाति एवं दास प्रथा, भक्ति आन्दोलन, सूफी आन्दोलन।
          -  संस्कृति : फारसी साहित्य, उत्तर भारत की क्षेत्रीय भाषाओं का साहित्य, दक्षिण भारत की भाषाओं का साहित्य, सल्तनत स्थापत्य एवं नए स्थापत्य रूप, चित्रकला, सम्मिश्र संस्कृति का विकास।
          -  अर्थव्यवस्था : कृषि उत्पादन, नगरीय अर्थव्यवस्था एवं कृषित्तर उत्पादन का उद्भव, व्यापार एवं वाणिज्य।      (Society, Culture and Economy in the Thirteenth and Fourteenth Centuries:
          -  Society:  composition of rural society, ruling classes, town dwellers, women, religious classes, caste and slavery under the Sultanate, Bhakti movement, Sufi movement;
          -  Culture: Persian literature, literature in the regional languages of North India, literature in the languages of South India, Sultanate architecture and new structural forms, painting, evolution of a composite culture;
          -  Economy: Agricultural production, rise of urban economy and non-agricultural production, trade and commerce)
    18. पंद्रहवीं एवं प्रारंभिक सोलहवीं शताब्दी-राजनैतिक घटनाक्रम एवं अर्थव्यवस्था:
          -  प्रांतीय राजवंशों का उदयः बंगाल, कश्मीर (जैनुल आबदीन), गुजरात, मालवा, बहमनी।
          -  विजयनगर साम्राज्य
          -  लोदी वंश
          -  मुगल साम्राज्य, पहला चरण : बाबर एवं हुमायूँ
          -  सूर साम्राज्य : शेरशाह का प्रशासन
          -  पुर्तगाली औपनिवेशिक प्रतिष्ठान                            (The Fifteenth and Early Sixteenth Century: Political Developments and Economy:
          -   Rise of Provincial Dynasties: Bengal, Kashmir (Zainul Abedin), Gujarat, Malwa, Bahmanids;
          -   The Vijayanagra Empire;
          -   Lodis;
          -   Mughal Empire, First phase: Babur and Humayun;
          -  The Sur Empire: Sher Shah’s administration;
          -   Portuguese Colonial enterprise;)
    19. पंद्रहवीं एवं प्रारंभिक सोलहवीं शताब्दी : समाज एवं संस्कृति
          -  क्षेत्रीय सांस्कृतिक विशिष्टताएँ
          -  साहित्यिक परंपराएँ
          -  प्रांतीय स्थापत्य
          विजयनगर साम्राज्य का समाज, संस्कृति, साहित्य और कला।                                                                          ( The Fifteenth and early Sixteenth Century - Society and Culture:
          -  Regional cultural specificities;
          -   Literary traditions;
          -   Provincial architecture;
      - Society, culture, literature and the arts in Vijayanagara Empire.)

    20. अकबर

          विजय एवं साम्राज्य का सुदृढ़ीकरण

          - जागीर एवं मनसब व्यवस्था की स्थापना

          -  राजपूत नीति

          -  धार्मिक एवं सामाजिक दृष्टिकोण का विकास, सुलह-ए-कुल का सिद्धांत एवं धार्मिक नीति।

          -  कला एवं प्रौद्योगिकी को राज-दरबारी संरक्षण।          (Akbar: 

          -  Conquests and consolidation of the Empire;

          -   Establishment of Jagir and Mansab systems; 

          -   Rajput policy; 

          -   Evolution of religious and social outlook, theory of Sulh-i-kul and religious policy; 

          -   Court patronage of art and technology)

    21. सत्रहवीं शताब्दी में मुगल साम्राज्य

          -  जहाँगीर, शाहजहाँ एवं औरंगजेब की प्रमुख प्रशासनिक नीतियाँ

          -  साम्राज्य एवं जमींदार

          -  जहाँगीर, शाहजहाँ एवं औरंगजेब की धार्मिक नीतियाँ

          -  मुगल राज्य का स्वरूप

          -  उत्तर सत्रहवीं शताब्दी का संकट एवं विद्रोह

          -  अहोम साम्राज्य

          -  शिवाजी एवं प्रारंभिक मराठा राज्य                   (Mughal Empire in the Seventeenth Century:

          -  Major administrative policies of Jahangir, Shahjahan and Aurangzeb; 

          -  The Empire and the Zamindars; 

          -  Religious policies of Jahangir, Shahjahan and Aurangzeb; 

          -  Nature of the Mughal State; 

          -  Late Seventeenth century crisis and the revolts; 

          -  The Ahom Kingdom; 

          -  Shivaji and the early Maratha Kingdom.)

    22. सोलहवीं एवं सत्रहवीं शताब्दी में अर्थव्यवस्था एवं समाज

          -  जनसंख्या, कृषि उत्पादन, शिल्प उत्पादन

          -  नगर, डच, अंग्रेज़ी एवं फ्राँसीसी कंपनियों के माध्यम से यूरोप के साथ वाणिज्य : व्यापार क्रांति।

          -  भारतीय व्यापारी वर्ग, बैंकिग, बीमा एवं ऋण प्रणालियाँ

          -  किसानों की दशा, स्त्रियों की दशा

          -  सिख समुदाय एवं खालसा पंथ का विकास      (Economy and Society in the Sixteenth and Seventeenth Centuries:

          -   Population, agricultural production, craft production; 

          -  Towns, commerce with Europe through Dutch, English and French companies : a trade revolution; 

          -  Indian mercantile classes, banking, insurance and credit systems; 

          -  Condition of peasants, condition of women;

          -   Evolution of the Sikh community and the Khalsa Panth)

    23. मुगल साम्राज्यकालीन संस्कृति

          -  फारसी इतिहास एवं अन्य साहित्य

          -  हिन्दी एवं अन्य धार्मिक साहित्य

          -  मुगल स्थापत्य

          -  मुगल चित्रकला

          -  प्रांतीय स्थापत्य एवं चित्रकला

          -  शास्रीय संगीत

          -  विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी                                     (Culture in the Mughal Empire: 

          -  Persian histories and other literature;

          -  Hindi and other religious literature; 

          -  Mughal architecture; 

          -  Mughal painting; 

          -  Provincial architecture and painting;

          -  Classical music; 

          -  Science and technology

    24. अठारहवीं शताब्दी

          -  मुगल साम्राज्य के पतन के कारक

          -  क्षेत्रीय सामंत देशः निजाम का दकन, बंगाल, अवध

          -  पेशवा के अधीन मराठा उत्कर्ष

          -  मराठा राजकोषीय एवं वित्तीय व्यवस्था

          -  अफगान शक्ति का उदय, पानीपत का युद्ध-1761

          -  ब्रिटिश विजय की पूर्व संध्या में राजनीति, संस्कृति एवं अर्थव्यवस्था की स्थिति।                                                (The Eighteenth Century: 

          -  Factors for the decline of the Mughal Empire; 

          -  The regional principalities: Nizam’s Deccan, Bengal, Awadh; 

          -  Maratha ascendancy under the Peshwas;

          -  The Maratha fiscal and financial system;

          -  Emergence of Afghan Power, Battle of Panipat: 1761; 

          -  State of politics, culture and economy on the eve of the British conquest)

                            प्रश्नपत्र-2

    1. भारत में यूरोप का प्रवेशः प्रारंभिक यूरोपीय बस्तियाँ; पुर्तगाली एवं डच, अंग्रेज़ी एवं फ्राँसीसी ईस्ट इंडिया कंपनियाँ; आधिपत्य के लिये उनके युद्ध; कर्नाटक युद्ध; बंगाल-अंग्रेज़ों एवं बंगाल के नवाब के बीच संघर्ष; सिराज और अंग्रेज़; प्लासी का युद्ध; प्लासी का महत्त्व।                                                (European Penetration into India: The Early European Settlements; The Portuguese and the Dutch; The English and the French East India Companies; Their struggle for supremacy; Carnatic Wars; Bengal -The conflict between the English and the Nawabs of Bengal; Siraj and the English; The Battle of Plassey; Significance of Plassey.)

    2. भारत में ब्रिटिश प्रसारः बंगाल - मीर ज़ाफर एवं मीर कासिम; बक्सर का युद्ध; मैसूर, मराठा; तीन अंग्रेज़ - मराठा युद्ध; पंजाब।

    (British Expansion in India: Bengal – Mir Jafar and Mir Kasim; The Battle of Buxar; Mysore; The Marathas; The three Anglo-Maratha Wars; The Punjab.)

    3. ब्रिटिश राज की प्रारंभिक संरचनाःप्रारंभिक प्रशासनिक संरचना;  द्वैधशासन से प्रत्यक्ष नियंत्रण तक; रेगुलेटिंग एक्ट (1773); पिट्स इंडिया एक्ट (1784); चार्टर एक्ट (1833); मुक्त व्यापार का स्वर एवं ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का बदलता स्वरूप; अंग्रेज़ी उपयोगितावादी और भारत।        (Early Structure of the British Raj: The early administrative structure; From diarchy to direct control; The Regulating Act (1773); The Pitt’s India Act (1784); The Charter Act (1833); The voice of free trade and the changing character of British colonial rule; The English utilitarian and India.)

    4. ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का आर्थिक प्रभाव

         (क) ब्रिटिश भारत में भूमि - राजस्व बंदोबस्त; स्थायी बंदोबस्त; रैयतवारी बंदोबस्त; महालवारी बंदोबस्त; राजस्व प्रबंध का आर्थिक प्रभाव; कृषि का वाणिज्यीकरण; भूमिहीन कृषि श्रमिकों का उदय; ग्रामीण समाज का परिक्षीणन।

        (ख) पारंपरिक व्यापार एवं वाणिज्य का विस्थापन; अनौद्योगीकरण; पारंपरिक शिल्प की अवनति; धन का अपवाह; भारत का आर्थिक रूपांतरण; टेलीग्राफ एवं डाक सेवाओं समेत रेल पथ एवं संचार जाल; ग्रामीण भीतरी प्रदेश में दुर्भिक्ष एवं गरीबी; यूरोपीय व्यापार उद्यम एवं इसकी सीमाएँ।   

    (Economic Impact of British Colonial Rule:

       (A) Land revenue settlements in British India; The Permanent Settlement; Ryotwari Settlement; Mahalwari Settlement; Economic impact of the revenue; arrangements; Commercialization of agriculture; Rise of landless agrarian labourers; Impoverishment of the rural society;

      (B) Dislocation of traditional trade and commerce; De-industrialisation; Decline of traditional crafts; Drain of wealth; Economic transformation of India; Railroad and communication network including telegraph and postal services; Famine and poverty in the rural interior; European business enterprise and its limitations.

    5. सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकासः स्वदेशी शिक्षा की स्थिति; इसका विस्थापन; प्राच्यविद्-आंग्लविद् विवाद, भारत में पश्चिमी शिक्षा का प्रादुर्भाव; प्रेस, साहित्य एवं लोक मत का उदय; आधुनिक मातृभाषा साहित्य का उदय; विज्ञान की प्रगति; भारत में क्रिश्चियन मिश्नरी के कार्यकलाप।

    (Social and Cultural Developments: The state of indigenous education, its dislocation; Orientalist - Anglicist controversy, The introduction of western education in India; The rise of press, literature and public opinion; The rise of modern vernacular literature; Progress of science; Christian missionary activities in India.)

    6. बंगाल एवं अन्य क्षेत्रों में सामाजिक एवं धार्मिक सुधार आंदोलनः राममोहन राय, ब्रह्म आंदोलन; देवेन्द्रनाथ टैगोर; ईश्वरचन्द्र विद्यासागर; युवा बंगाल आंदोलन; दयानंद सरस्वती; भारत में सती, विधवा विवाह, बाल विवाह आदि समेत सामाजिक सुधार आन्दोलन; आधुनिक भारत के विकास में भारतीय पुनर्जागरण का योगदान; इस्लामी पुनरूद्धार वृत्ति- फराइजी एवं वहाबी आन्दोलन।

    (Social and Religious Reform movements in Bengal and Other Areas: Ram Mohan Roy, The Brahmo Movement; Devendranath Tagore; Iswarchandra Vidyasagar; The Young Bengal Movement; Dayanada Saraswati; The social reform movements in India including Sati, widow remarriage, child marriage etc.; The contribution of Indian renaissance to the growth of modern India; Islamic revivalism – the Feraizi and Wahabi Movements.)

    7. ब्रिटिश शासन के प्रति भारत की अनुक्रियाः रंगपुर ढींग (1783), कोल विद्रोह (1832), मालाबार में मोपला विद्रोह (1841-1920), सन्थाल हुल (1855), नील विद्रोह (1859-60), दकन विप्लव (1875), एवं मुंडा उल्गुलान (1899-1900) समेत 18वीं एवं 19वीं शताब्दी में हुए किसान आंदोलन एवं जनजातीय विप्लव; 1857 का महाविद्रोह-उद्गम, स्वरूप, असफलता के कारण, परिणाम; पश्च 1857 काल में किसान विप्लव के स्वरूप में बदलाव; 1920 और 1930 के दशकों में हुए किसान आंदोलन।

    (Indian Response to British Rule: Peasant movements and tribal uprisings in the 18th and 19th centuries including the Rangpur Dhing (1783), the Kol Rebellion (1832), the Mopla Rebellion in Malabar (1841-1920), the Santal Hul (1855), Indigo Rebellion (1859-60), Deccan Uprising (1875) and the Munda Ulgulan (1899- 1900); The Great Revolt of 1857 - Origin, character, causes of failure, the consequences; The shift in the character of peasant uprisings in the post-1857 period; the peasant movements of the 1920s and 1930s.)

    8. भारतीय राष्ट्रवाद के जन्म के कारकः संघों की राजनीति; भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बुनियाद; कांग्रेस के जन्म के संबंध में सेफ्टी वाल्व का पक्ष; प्रारंभिक कांग्रेस के कार्यक्रम एवं लक्ष्य; प्रारंभिक कांग्रेस नेतृत्व की सामाजिक रचना; नरम दल एवं गरम दल; बंगाल का विभाजन (1905); बंगाल में स्वदेशी आन्दोलन; स्वदेशी आन्दोलन के आर्थिक एवं राजनैतिक परिप्रेक्ष्य; भारत में क्रांतिकारी उग्रपंथ का आरंभ।

    (Factors leading to the birth of Indian Nationalism; Politics of Association; The Foundation of the Indian National Congress; The Safety-valve thesis relating to the birth of the Congress; Programme and objectives of Early Congress; the social composition of early Congress leadership; the Moderates and Extremists; The Partition of Bengal (1905); The Swadeshi Movement in Bengal; the economic and political aspects of Swadeshi Movement; The beginning of revolutionary extremism in India.)

    9. गांधी का उदयः गांधी के राष्ट्रवाद का स्वरूप; गांधी का जनाकर्षण; रौलेट सत्याग्रह; खिलाफत आंदोलन; असहयोग आंदोलन समाप्त होने के बाद से सविनय अवज्ञा आन्दोलन के प्रारंभ होने तक की राष्ट्रीय राजनीति, सविनय अवज्ञा आन्दोलन के दो चरण; साइमन कमीशन; नेहरू रिपोर्ट; गोलमेज परिषद; राष्ट्रवाद और किसान आंदोलन; राष्ट्रवाद एवं श्रमिक वर्ग आंदोलन; महिला एवं भारतीय युवा तथा भारतीय राजनीति में छात्र (1885-1947); 1937 का चुनाव तथा मंत्रालयों का गठन; क्रिप्स मिशन; भारत छोड़ो आन्दोलन; वैवेल योजना; कैबिनेट मिशन।

    (Rise of Gandhi; Character of Gandhian nationalism; Gandhi’s popular appeal; Rowlatt Satyagraha; the Khilafat Movement; the Non-cooperation Movement; National politics from the end of the Non-cooperation movement to the beginning of the Civil Disobedience movement; the two phases of the Civil Disobedience Movement; Simon Commission; The Nehru Report; the Round Table Conferences; Nationalism and the Peasant Movements; Nationalism and Working class movements; Women and Indian youth and students in Indian politics (1885-1947); the election of 1937 and the formation of ministries; Cripps Mission; the Quit India Movement; the Wavell Plan; The Cabinet Mission.)

    10. औपनिवेशिकः भारत में 1858 और 1935 के बीच सांविधानिक घटनाक्रम

    (Constitutional Developments in the Colonial India between 1858 and 1935)

    11. राष्ट्रीय आन्दोलन की अन्य कड़ियाँ: क्रांतिकारी; बंगाल, पंजाब, महाराष्ट्र, यू.पी., मद्रास प्रदेश, भारत से बाहर, वामपक्ष; कांग्रेस के अंदर का वाम पक्ष : जवाहरलाल नेहरू, सुभाषचन्द्र बोस, कांग्रेस समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, अन्य वामदल।

    (Other strands in the National Movement The Revolutionaries: Bengal, the Punjab, Maharashtra, U.P, the Madras Presidency, Outside India. The Left; The Left within the Congress: Jawaharlal Nehru, Subhas Chandra Bose, the Congress Socialist Party; the Communist Party of India, other left parties.)

    12. अलगाववाद की राजनीतिः मुस्लिम लीग; हिन्दू महासभा; सांप्रदायिकता एवं विभाजन की राजनीति; सत्ता का हस्तांतरण; स्वतंत्रता।

    (Politics of Separatism; the Muslim League; the Hindu Mahasabha; Communalism and the politics of partition; Transfer of power; Independence.)

    13. एक राष्ट्र के रूप में सुदृढ़ीकरणः नेहरू की विदेश नीति; भारत और उसके पड़ोसी (1947-1964); राज्यों का भाषावाद पुनर्गठन (1935-1947); क्षेत्रीयतावाद एवं क्षेत्रीय असमानता; भारतीय रियासतों का एकीकरण; निर्वाचन की राजनीति में रियासतों के नरेश (प्रिंस); राष्ट्रीय भाषा का प्रश्न।(Consolidation as a Nation; Nehru’s Foreign Policy; India and her neighbours (1947-1964); The linguistic reorganisation of States (1935-1947); Regionalism and regional inequality; Integration of Princely States; Princes in electoral politics; the Question of National Language.)

    14. 1947 के बाद जाति एवं नृजातित्त्वः उत्तर-औपनिवेशिक निर्वाचन- राजनीति में पिछड़ी जातियाँ एवं जनजातियाँ; दलित आंदोलन।

    (Caste and Ethnicity after 1947; Backward castes and tribes in postcolonial electoral politics; Dalit movements.)

    15. आर्थिक विकास एवं राजनीतिक परिवर्तनः भूमि सुधार; योजना एवं ग्रामीण पुनर्रचना की राजनीति; उत्तर औपनिवेशिक भारत में पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण नीति; विज्ञान की तरक्की।

    (Economic development and political change; Land reforms; the politics of planning and rural reconstruction; Ecology and environmental policy in post - colonial India; Progress of science.)

    16. प्रबोध एवं आधुनिक विचार

           (i) प्रबोध के प्रमुख विचार : कांट, रूसो

          (ii) उपनिवेशों में प्रबोध - प्रसार

         (iii) समाजवादी विचारों का उदय (मार्क्स तक); मार्क्स के समाजवाद का प्रसार                                              (Enlightenment and Modern ideas: 

       (i) Major ideas of Enlightenment: Kant, Rousseau;

       (ii) Spread of Enlightenment in the colonies;

       (iii)Rise of socialist ideas (up to Marx); spread of Marxian Socialism

    17. आधुनिक राजनीति के मूल स्रोत

           (i) यूरोपीय राज्य प्रणाली

          (ii) अमेरिकी क्रांति एवं संविधान

         (iii) फ्राँसिसी क्रांति एवं उसके परिणाम, 1789-1815

         (iv) अब्राहम लिंकन के संदर्भ के साथ अमरीकी सिविल युद्ध एवं दासता का उन्मूलन

          (v) ब्रिटिश गणतंत्रात्मक राजनीति, 1815-1850; संसदीय सुधार, मुक्त व्यापारी, चार्टरवादी।                                 (Origins of Modern Politics:

          (i)  European States System;

         (ii) American Revolution and the Constitution;  

         (iii) French revolution and aftermath, 1789- 1815; 

         (iv) American Civil War with reference to Abraham Lincoln and the abolition of slavery;

         (v) British Democratic Politics, 1815- 1850; Parliamentary Reformers, Free Traders, Chartists.

    18. औद्योगीकरण

           (i) अंग्रेज़ी औद्योगिक क्रांति : कारण एवं समाज पर प्रभाव।

          (ii) अन्य देशों में औद्योगीकरणः यू.एस.ए., जर्मनी, रूस, जापान।

         (iii) औद्योगीकरण एवं भूमंडलीकरण।                               (Industrialization:

         (i) English Industrial Revolution: Causes and Impact on Society;

         (ii) Industrialization in other countries: USA, Germany, Russia, Japan; 

        (iii) Industrialization and Globalization.

    19. राष्ट्र राज्य प्रणाली

           (i) 19वीं शताब्दी में राष्ट्रवाद का उदय

          (ii) राष्ट्रवाद : जर्मनी और इटली में राज्य निर्माण।

         (iii) पूरे विश्व में राष्ट्रीयता के आविर्भाव के समक्ष साम्राज्यों का विघटन।                                                                    (Nation-State System: 

        (i) Rise of Nationalism in 19th century;

        (ii) Nationalism: state-building in Germany and Italy; 

        (iii) Disintegration of Empires in the face of the emergence of nationalities across the world.

    20. साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशवाद

           (i) दक्षिण एवं दक्षिण -पूर्व एशिया

          (ii) लातीनी अमरीका एवं दक्षिण अफ्रीका

         (iii) ऑस्ट्रेलिया

         (iv) साम्राज्यवाद एवं मुक्त व्यापार : नवसाम्राज्यवाद का उदय।                                                                          (Imperialism and Colonialism: 

         (i) South and South-East Asia;

         (ii) Latin America and South Africa; 

         (iii) Australia; 

         (iv) Imperialism and free trade: Rise of neo-imperialism.

    21. क्रांति एवं प्रतिक्रांति

           (i) 19वीं शताब्दी की यूरोपीय क्रांतियाँ

          (ii) 1917-1921 की रूसी क्रांति

         (iii) फासीवाद प्रतिक्रांति, इटली एवं जर्मनी

         (iv) 1949 की चीनी क्रांति                                   (Revolution and Counter-Revolution: 

         (i) 19th Century European revolutions,

         (ii) The Russian Revolution of 1917- 1921,

         (iii) Fascist Counter-Revolution, Italy and Germany; 

         (iv) The Chinese Revolution of 1949

    22. विश्व युद्ध

           (i) संपूर्ण युद्ध के रूप में प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध : समाजीय निहितार्थ

          (ii) प्रथम विश्व युद्ध : कारण एवं परिणाम

         (iii) द्वितीय विश्व युद्ध : कारण एवं परिणाम                 (World Wars: 

        (i) 1st and 2nd World Wars as Total Wars: Societal implications; 

       (ii) World War I: Causes and consequences;

       (iii) World War II: Causes and consequence

    23. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद का विश्व

           (i) दो शक्तियों का आविर्भाव

          (ii) तृतीय विश्व एवं गुटनिरपेक्षता का आविर्भाव

         (iii) संयुक्त राष्ट्रसंघ एवं वैश्विक विवाद                        (The World after World War II:

         (i) Emergence of two power blocs; 

         (ii) Emergence of Third World and non-alignment; 

         (iii) UNO and the global disputes.

    24. औपनिवेशिक शासन से मुक्ति

           (i) लातीनी अमरीका - बोलीवर

          (ii) अरब विश्व - मिस्र

         (iii) अफ्रीका - रंगभेद से गणतंत्र तक

         (iv) दक्षिण-पूर्व एशिया - वियतनाम                             (Liberation from Colonial Rule:

          (i) Latin America-Bolivar;

          (ii) Arab World-Egypt; 

         (iii) Africa-Apartheid to Democracy;

         (iv) South-East Asia-Vietnam

    25. वि-औपनिवेशीकरण एवं अल्पविकास

    विकास के बाधक कारक : लातीनी अमरीका, अफ्रीका।(Decolonization and Underdevelopment: Factors constraining development: Latin America, Africa)

    26. यूरोप का एकीकरण

           (i) युद्धोत्तर स्थापनाएँ NATO एवं यूरोपीय समुदाय 

          (ii) यूरोपीय समुदाय का सुदृढ़ीकरण एवं प्रसार

         (iii) यूरोपीय संघ                                           (Unification of Europe: 

       (i)  Post War Foundations: NATO and European Community; 

      (ii) Consolidation and Expansion of European Community; 

      (iii) European Union.

    27. सोवियत यूनियन का विघटन एवं एक ध्रुवीय विश्व का उदय

           (i) सोवियत साम्यवाद एवं सोवियत यूनियन को निपात तक पहुँचाने वाले कारक, 1985-1991

          (ii) पूर्वी यूरोप में राजनीतिक परिवर्तन 1989-2001

          (iii) शीत युद्ध का अंत एवं अकेली महाशक्ति के रूप में US का उत्कर्ष।                                                          (Disintegration of Soviet Union and the Rise of the Unipolar World: 

         (i) Factors leading to the collapse of Soviet communism and the Soviet Union, 1985-1991;

        (ii)  Political Changes in Eastern Europe 1989-2001; 

       (iii) End of the cold war and US ascendancy in the World as the lone superpower.

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