सासंद आदर्श ग्राम योजना का आकलन
प्रसंग:
हाल ही में, ग्रामीण विकास मंत्रालय के एक अध्ययन में देखा गया है कि ससंद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) वांछित उद्देश्यों को प्राप्त करने में सक्षम नहीं रही है और एक महत्वपूर्ण प्रभाव बनाने में विफल रही है।
यह अध्ययन ग्रामीण विकास मंत्रालय के विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं की प्रगति के "स्वतंत्र मूल्यांकन" के लिए पांचवें 5वे common review mission(CRM) द्वारा आयोजित किया गया था।
प्रमुख बिंदु :
अध्ययन / आकलन: अध्ययन एक टीम द्वारा किया गया था जिसमें सेवानिवृत्त नौकरशाहों, शिक्षाविदों और अनुसंधान संगठनों आदि शामिल थे। टीम ने आठ राज्यों के 21 जिलों में लगभग 120 गांवों का दौरा किया।
पंचायतों का कम चयन: योजना के शुभारंभ के बाद से केवल 1,855 ग्राम पंचायतों को पांच चरणों में चुना गया है, चरण 5 में केवल सात हैं।
ब्याज और फंड की कमी: इस योजना के तहत आने वाले मॉडल गांवों में ब्याज और धन की कमी से उनका बांछित विकास नही हो पाया।
Note: इस कार्यक्रम की शुभारंभ प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा जय प्रकाश नारायण के जन्म दिन 11 अक्टूबर 2014 को किया गया, इसका लक्ष्य ग्रामीण इलाकों में विकास करना है तथा एक गांव में ही लगभग सभी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कराना है।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
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