• 👇Click Here to change language of Test

    29.3.20

    Major folk dances of Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोकनृत्य

    हेल्लो दोस्तों, आज हम आपसे यूपी के प्रमुख लोक नृत्यों को साझा करेंगे. यूपी के लोक नृत्य राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं. जोकि विभिन्न  मौकों/अवसरों पर यहाँ के लोगों द्वारा किये जाते हैं, तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक

               नृत्य   -    विवरण
    1. जोगिनी नृत्य-  विशेषकर रामनवमी के अवसर पर। पुरुष, महिलाओं का रूप धारण कर नृत्य करते हैं।
    2. धींवर नृत्य- कहार जाति द्वारा शुभ अवसरों पर। 
    3. शैरा नृत्य-  बुन्देलखण्ड के किसानों द्वारा फसल कटाई के समय।
    4. पासी नृत्य- पासी जाति द्वारा सात अलग-अलग मुद्राओं में युद्ध की भाँति नृत्य किया जाता है।
    5. धुरिया नृत्य- बुन्देलखण्ड के कुम्हार (प्रजापति) लोगों द्वारा स्त्री वेष धारण कर।
    6. चरकुला नृत्य- ब्रजवासियों द्वारा किया जाने वाला घड़ा नृत्य जिसमें बैलगाड़ी अथवा रथ के पहिए पर कई घड़े रखे जाते हैं तथा फिर उसे सिर पर रखकर नृत्य किया जाता है।
    7. छोलिया नृत्य- राजपूतों द्वारा विवाहोत्सव पर एक हाथ में तलवार तथा एक हाथ में ढाल लेकर।
    8. छपेली नृत्य- एक हाथ में रुमाल तथा दूसरे में दर्पण लेकर किए जाने वाले इस नृत्य में आध्यात्मिक समुन्नति की कामना की जाती है।
    9. नटवरी नृत्य- पूर्वांचल क्षेत्र में अहीरों द्वारा।
    10. देवी नृत्य- मुख्यतः बुन्देलखण्ड क्षेत्र में प्रचलित है।
    11. पाई डण्डा नृत्य- बुन्देलखण्ड के अहीरों द्वारा गुजरात के डाण्डिया नृत्य के समान किया जाता है। क्‍
    12. राई नृत्य- बुन्देलखण्ड की महिलाओं द्वारा विशेषकर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मयूर की भाँति किया जाता है अत: इसे मयूरनृत्य भी कहा जाता है।
    13. दीप नृत्य- बुन्देलखण्ड के अहीरों द्वारा प्रज्वलित दीपों से भरी थाली अथवा परात सिर पर रखकर।
    14. धोबिया नृत्य- यह पूर्वांचल का नृत्य है। इसे मांगलिक अवसरों पर किया जाता है।
    15. मयूर नृत्य- यह नृत्य ब्रज क्षेत्र में किया जाता है तथा नर्तक मोर पंख के वस्त्र धारण करते हैं।
    16. कार्तिक नृत्य- बुन्देलखण् क्षेत्र में कार्तिक माह में नर्तकों द्वारा श्रीकृष्ण तथा गोपी बनकर।
    17. कलाबाजी नृत्य- अवध क्षेत्र के लोग 'मोरबाजा' लेकर कच्ची घोड़ी पर बैठकर नृत्य करते हैं। '
    18. ख्याल नृत्य- पुत्र रत्न के जन्मोत्सव पर।
    19. झूला नृत्य- ब्रज क्षेत्र में श्रावन मास में। |

    शिक्षक भर्ती नोट्स

    General Knowledge

    General Studies