हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण पर्यायवाची शब्द
- असुर - दानव, देैत्य, राक्षस, निशाचर, रजनीचर
- अमृत - सुधा, सोम, पीयूष, अमी
- अधर - ओष्ठ, ओठ,
- अध्यापक - आचार्य, गुरु, शिक्षक, प्रवक्ता, व्याख्याता
- अन्वेषण - गवेषणा, खोज, शोध, अनुसंधान
- अपमान - अनादर, अवमान, बेइज्ज़ती, अवज्ञा, तिरस्कार, निरादर
- अप्सरा - सुरबाला, देवबाला,
- अंश - भाग, हिस्सा, खण्ड,
- आलसी - काहिल, निकम्मा, निरुद्यमी
- आँसू - अश्रु, नयनजल, नेत्रवारि, नयन-नीर
- आतंक - उपद्रव, अतिभय, संत्रास, दहशत
- आश्रम - मठ, विहार, संघ
- आँचल - पल्ला, छोर, दामन, कोर
- इन्द्र - सुरपति, पुरन्दर, कोशिक, देवराज, सुरेन्द्र,
- इनाम - उपहार, पुरस्कार, पारितोषिक
- ईर्ष्या - मत्सर, जलन, डाह, कूढ़न, द्वेष,
- उत्सव - मंगलकार्य, पर्व, जलसा, त्यौहार, समारोह
- उपवास - निराहार, ब्रत, अनशन, निर्जल
- वैभव - समृद्धि, सम्पन्नता, सम्पदा, ऐश्वर्य
- ब्रत - संकल्प, प्रतिज्ञा, दृढ़ निश्चय
- शंकर - शिव, शम्भू, भोलेनाथ, महादेव, देवाधिदेव, कैलाशपति
- शरीर - काया, गात, तन, अंग, बदन
- शस्त्र - अस्त्र, हथियार, आयुध
- श्मशान - मरघट, दाहस्थल, कब्रगाह
- संन्यासी - बेरागी, त्यागी, परिब्राजक
- सन्ध्या - निशारम्भ, दिनावसान, सार्यँकाल, गोधूलि, प्रदोषकाल
- समिति - संस्था, संस्थान, संघ, संघटन, मण्डली
- समीक्षा - आलोचना, निरूपण, विवेचना, समालोचना, मीमांसा
- समुद्र - सिन्धु, जलधि, पयोधि, पारावार, पयोनिधि, वारीश, वारिधि
- सरस्वती - भारती, शारदा, वीणा, बीणापाणि, हंसवाहिनी, वीणावादिनी, पुस्तकधारिणी
- सम्राट - अधिपति, शहंशाह, राजाधिराज, महासजा, नपति
- सर्प - अहि, भुजंग, मणिधर, विषधर, व्याल, फणी, उरग, नाग
- सान्त्वना - दिलासा, आश्वासन, ढाढस
- सुख - आनन्द, चेन, मज़ा, परितोष
- सूर्य - रवि, भानु, दिनकर, भास्कर, अर्क, कमलबन्धु, आदित्य, मारीचिमाली
- स्त्री - नारी, प्रिया, अबला, वनिता, महिला, रमणी, कामिनी, भगिनी, भार्या, ललना, वामा, कानन््ता, सुन्दरी
- स्तुति - प्रार्थना, पूजा, आराधना, अर्चना
- स्वर्ग - देवलोक, सुरलोक, इन्द्रपुरी, बेकुण्ठ, सुरपुर
- स्वर्ण - सुवर्ण, कंचन, जातरूप, सोना, तामरस, कनक
- हंस - मराल, सरस्वती वाहन,
- हनुमान - पवनसुत, पवनकुमार, रामदूत, मारुतिनन्दन, कपिश, पवनपुत्र
- हरि - बन्दर, इन्द्र, विष्णु, चन्द्र
- हाथी - हस्ती, गज, कुजर, कुम्भी, मतंग, व्याल, वितुण्ड, द्विप
- हिमालय - हिमगिरि, हिमपति, हिमाद्रि, हिमांचल, नगराज, गिरिराज
- हिरण - मृग, सारंग, हरिण, कुरंग चितल, बारहसींगा
- हाथ - हस्त, कर, बाँह, पाणि, भुजा
- कठिन - कठोर, दुष्कर, दुर्गग, कष्टसाध्य और श्रमसाध्य
- कुशल - दक्ष, पारंगत, निपुण, प्रवीण, निष्णात, विशेषज्ञ
- दया - कृपा, सान्त्वना, राजदया, क्षमा, अनुकम्पा, अनुग्रह, सहानुभूति
- दुःख - कष्ट, व्यथा, क्लेश, विषाद, सनन््ताप, शोक, वेदना